- बायोस (BIOS) – BIOS कंप्यूटर के ऑन होने पर रैम, प्रोसेसर, की-बोर्ड, माउस, हार्ड ड्राइव की पहचान कर उन्हें कन्फिगर (Configure) करता है। बायोस (BIOS) की Full Form है बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम (Basic Input Output System)
- ब्राउज़र (Browser) – वेब ब्राउज़र एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो आपको इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री जैसे ब्लॉग बेवसाइट पर उपलब्ध लेख, इमेज, वीडियो और ऑडियो और गेम्स आदि को देखने और प्रयोग करने में अापकी सहायता करता है।
- बायनरी सिस्टम (Binary System) – कंप्यूटर बाइनरी गणना पर ही चलता है क्यों की इलेक्ट्रॉनिक्स में किसी भी सिग्नल की चालू या बंद दो ही अवस्था हो सकती है बाइनरी नंबर सिस्टम (द्विआधारी संख्या प्रणाली) में कोई भी संख्या सिर्फ 2 अंको के माध्यम से ही लिखी जाती है, वे दो अंक है 0 और 1
- बाइट (Byte) – बिट कंप्यूटर की मैमाेरी सबसे छोटी इकाई होती है और 8 बिट को मिलाकर 1 बाइट बनता है, बाइट कंप्यूटर की स्मृति में एक अक्षर द्वारा ली जाने वाली जगह को कहते हैं
- बारकोड (Barcode) – बारकोड (Barcode) पतली व गहरी मोटी काली रेखाओं के संयोजन से प्रत्येक वस्तु पर मुद्रित किया जाता है जिसे दुकानों या सुपर मार्किट में कंप्यूटर की मदद से पढ़ा जाता है, उस वस्तु के बारे में सब तरह की जानकारी (वस्तु का नाम, वस्तु की मात्रा, उसका मूल्य इत्यादि) दे देता है। इसेे पढने के लिये बारकाेेेड रीडर की आवश्यकता होती है
- बूट (Boot) – कंप्यूटर स्टार्ट करने पर सीपीयू (CPU) और बायोस (BIOS) मिलकर कंप्यूटर को स्कैन करते हैं, बायोस (BIOS) बूटिंग डिवाइस को सर्च करता हैै और विडाेेंज काे शुरू करता है इस प्रिक्रिया काे बूट करना कहते हैं
- बैकस्पेस (Back Space) – कम्प्यूटर की-बोर्ड मेें बैकस्पेस बटन द्वारा कर्सर के बार्इ और लिखे अक्षर को मिटा सकते है। ऐसा करने पर कर्सर अन्त में टाइप किए गए अक्षर को मिटाने हुए बार्इ ओर लौटता है।
- बैकअप (Backup) – कंप्यूटर की भाषा में आपके डाटा का एक और डुप्लीकेट प्रति बनाना बैकअप लेना कहलाता है ताकि डेटा का नुकसान होने के बाद उन्हें दोबारा प्राप्त किया जा सके
- बेड सेक्टर (Bad Sector) – हार्ड डिस्क का कुछ हिस्सा जो डाटा स्टोर करने लायक नहीं रहता है यानि बेकार हो जाता है वह बेड सेक्टर (Bad Sector) कहते हैं
- बैच फ़ाइल (batch file) – बैच फ़ाइल (batch file) में क्रमबद्ध तरीके से लिखे हुए डॉस कमांड होते हैं। साधारणतया बार-बार किए जाने वाले काम को अपने आप करवाने के लिए उसे लिखा जाता है। बजाय इसके कि कमांड को बार-बार टाइप करना पड़े
- बीटा (Beta) – किसी नये Software को लांच करने से पहले उसका Test Version लांच किया जाता है जिससे उसकी कमिंया पता चल सकेंं, इसे टेस्ट वर्जन को ही बीटा वर्जन (Beta Version) भी कहते हैैं
- बिग डाटा (Big data) – बिग डाटा (Big data) बहुत सारे डेटा सेट का संग्रह होता है यह बहुत बडा और जटिल हाेता है, बिग डाटा (Big data) का प्रयाेेेग सटीकटा से जानकारी प्राप्त करने के लिये किया जाता है
- बिटकॉइन (Bitcoin) – बिटकॉइन (Bitcoin) एक आभासी मुद्रा यानि वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) है, इसके इस्तेमाल और भुगतान के लिये क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) का इस्तेमाल किया जाता है इसलिये इसे क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) भी कहा जाता है।
- बिटमैप (Bitmap) – कंप्यूटर में डाटा को 0 और 1 के रूप में रखा जाता है, इसे बिट कहते है और जब इन सूचनाओं का एक मैप तैयार किया जाता है तो इसे बिटमैप (Bitmap) कहते हैं
- बिट टोरेंट (Bittorrent) – बिट टोरेंट (Bittorrent) एक Torrent Client है जिसके माध्यम से आप अासानी से Torrent download कर सकते हैं, यह internet download manager की तरह ही एक software होता है, जो Torrent files को download और upload करने के काम आता है
- ब्लॉग (Blog) – ब्लॉग वेब-लॉग शब्द का संक्षिप्त रूप है, यह एक प्रकार की ऑनलाइन पर्सनल डायरी होती है, जहाँ आप कुछ भी लिख सकते हैं, इस शब्द का प्रयोग प्रथम बार 1997 में अमेरिका किया गया था हिन्दी भाषा में ब्लॉग को “चिठ्ठा”कहा जाता है।
- ब्लॉगर (Bloger) – ब्लॉग (Blog) लिखने वाले व्यक्ति को ब्लॉगर (Bloger) या चिट्ठाकार कहा जाता है
- ब्लॉगिंग (Blogging) – ब्लॉग (Blog) पर ब्लॉगर (Bloger) द्वारा लगातार लेख, ऑडियाे या वीडियो आदि पोस्ट करना ब्लॉगिंग (Blogging) कहलाता है
- ब्लू रे डिस्क (Blu Ray Disc) – CD और DVD के बाद फ़िल्मों और डेटा के स्टोर करने के लियेब्लू रे डिस्क (Blu Ray Disc) का प्रयोग किया जा रहा है इसे पढने के लिये जिस प्रकाश्ा का प्रयाेेेग किया जाता है वह नीले रंग का होता है, ब्लू रे डिस्क (Blu Ray Disc) पर 50 गीगा बाइट डाटा स्टाेर किया जा सकता है
- ब्लूटूथ (Bluetooth) – ब्लूटूथ एक वायरलेस तकनीक है दो या और अधिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एक दूसरे से वॉइस (voice) और डेटा (data) के आदान प्रदान के लिए ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी (Bluetooth technology) का उपयोग किया जाता है
- बुकमार्क (Bookmarks) – बुकमार्क (Bookmarks) वेबसाइट के वह लिंक्स होते हैं जो आपके वेबब्राउजर में सेव कर लिये जाते हैं और कभी बुकमार्क (Bookmarks) पर क्लिक कर आप अपने पंसदीदा वेबपेज पर सीधे जा सकते हैं
- बॉट (Bot) – इन्हें वेब रोबॉट भी कहा जाता है, ये सॉफ्टवेयर कोडिंग का एक सेट लेआउट होता है। बॉट कृत्रिम रूप से बुद्धिमान प्रोग्राम है इन्हेंं आपकी सहूलियत के लिये डिजायन किया गया है यह कई प्रकार के होते हैं जैसेे चैटिंग बॉट, शॉपिंग बॉट, अडवाइजरी बॉट